बाजार में हफ्ते भर बाद लौटी नरमी
दिसंबर महीने में सोने की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के बाद आखिरकार ग्राहकों के लिए राहत भरी खबर आई है। २९ दिसंबर २०२५ को सराफा बाजार में सोने के भाव में इस हफ्ते की पहली बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। पिछले कुछ हफ्तों से भारतीय बाजार में सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर बनी हुई थीं, जिससे आम खरीदार और निवेश करने वाले लोग काफी चिंतित थे। हालांकि, साल के आखिरी दिनों में वैश्विक बाजारों से मिले संकेतों और स्थानीय मांग में आई कमी के कारण आज सोने और चांदी, दोनों के ही तेवर नरम दिखाई दे रहे हैं।
सोनू के दामों में आई गिरावट का ब्यौरा
ताजा आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के सराफा बाजार में २४ कैरेट शुद्ध सोने की कीमतों में उल्लेखनीय कमी आई है। आज २४ कैरेट सोने का भाव प्रति १० ग्राम (एक तोला) १,४१,८६० रुपये दर्ज किया गया है, जो कि बीते कल १,४२,५७० रुपये के स्तर पर था। इसी तरह, आभूषण बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले २२ कैरेट सोने की कीमत आज १,३०,०५० रुपये प्रति १० ग्राम पर पहुंच गई है। यह गिरावट उन परिवारों के लिए एक बेहतरीन अवसर लेकर आई है जो शादी-ब्याह के सीजन के लिए गहनों की खरीदारी की योजना बना रहे थे।
चांदी की कीमतों में भी लगातार दूसरे दिन गिरावट
सोने के साथ-साथ चांदी के भाव में भी मंदी का दौर जारी है। चांदी की कीमतों में आज लगातार दूसरे दिन गिरावट देखी गई है, जिससे औद्योगिक क्षेत्र और छोटे निवेशकों को भी फायदा होने की उम्मीद है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि वर्ष के अंत में निवेशकों द्वारा की जा रही मुनाफावसूली (Profit Booking) और अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की स्थिति में बदलाव के कारण कीमती धातुओं के दामों में यह सुधार देखने को मिल रहा है। चांदी के भाव गिरने से बर्तन और चांदी के सिक्कों की मांग में भी उछाल आने की संभावना है।
निवेशकों और खरीदारों के लिए आगे की राह
दिसंबर महीने में रेपो रेट में हुई कटौती के बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि सोने के दाम और बढ़ सकते हैं, लेकिन वर्तमान गिरावट ने बाजार को एक नया मोड़ दे दिया है। हालांकि, यह गिरावट कितनी लंबी चलेगी, इस पर अभी विशेषज्ञों की राय बंटी हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि नए साल की शुरुआत में वैश्विक आर्थिक गतिविधियों के आधार पर कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं, इसलिए जो लोग सोना खरीदने का मन बना रहे हैं, उनके लिए यह समय खरीदारी करने का एक अच्छा मौका साबित हो सकता है। ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे खरीदारी से पहले अपने शहर के स्थानीय करों और मेकिंग चार्ज के साथ अंतिम कीमत की पुष्टि अवश्य कर लें।