जियो और एयरटेल की लड़ाई में कौन है आगे?
भारतीय टेलीकॉम सेक्टर में रिलायन्स जियो और भारती एयरटेल के बीच की प्रतिस्पर्धा अब 5G नेटवर्क पर केंद्रित हो गई है। नेटवर्क इंटेलिजेंस कंपनी ‘ओपन सिग्नल’ (Open Signal) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 5G के इस्तेमाल के मामले में रिलायन्स जियो ने एयरटेल को काफी पीछे छोड़ दिया है। रिपोर्ट में सितंबर से नवंबर 2025 तक के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया है, जिससे यह साफ होता है कि जियो के ग्राहक न केवल बेहतर स्पीड का आनंद ले रहे हैं, बल्कि वे लंबे समय तक 5G नेटवर्क से जुड़े भी रहते हैं। उपलब्धता के मामले में दोनों कंपनियां लगभग बराबर होने के बावजूद, अनुभव के मामले में बड़ा अंतर देखा गया है।
तकनीकी अंतर: ‘स्टैंड अलोन’ बनाम ‘नॉन स्टैंड अलोन’
जानकारों के मुताबिक, इस बड़े अंतर की मुख्य वजह दोनों कंपनियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली 5G तकनीक है। एयरटेल ने ‘नॉन स्टैंड अलोन’ (Non Stand Alone) तकनीक अपनाई है, जो अभी भी पुराने 4G कोर नेटवर्क पर निर्भर है। इस वजह से कई बार ग्राहकों के फोन पर 5G का लोगो तो दिखता है, लेकिन डाटा 4G की गति से ही चलता है। इसके विपरीत, जियो ने ‘स्टैंड अलोन’ (Stand Alone) तकनीक का उपयोग किया है, जो पूरी तरह से स्वतंत्र और नया नेटवर्क है। साथ ही, जियो ने 700 MHz स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल किया है, जिससे इमारतों के अंदर भी बेहतर कवरेज और असली 5G का अनुभव मिलता है।
















